दिलमे आज फिर से कुछ बैचेनी सी ही, आज न जाने क्यों मन डरा डरा सा है कुछ बाते है जो बंद किताब में कैद हो गई है, और चेहरा है जो मुखौटा लिए घूम रहा है। #yqbaba #yqmotabhai #बेचेनी #मुखोटा #SAGRIKA #And_I #M_O_N_I❤️