ख़ामोश सी हूं शायाद मै यहां, अब भी अहसास है दिल कहीं, अफ़सोस नहीं की साथ अधूरा रहा, बस सुकून है की एक साथ जिया, रातों को तारो का नहीं, खूबसूरत यादो का जिक्र रहता है, भीगी सी शामो में , एक गहरी बारिश का असर बरसता हैं, ©Champa Rautela #Music # तारो