परिंदो को मिलेगी मंज़िल एक दिन ये फैले हुए उनके पर बोलते है और वही लोग रहते है खामोश अक्सर ज़माने में जिनके हुनर बोलते है संघर्ष में आदमी अकेला होता है, सफलता में दुनिया उसके साथ होती है, जिस-जिस पर ये जग हँसा है, उसीने इतिहास रचा है… परिंदो को मिलेगी मंज़िल एक दिन ये फैले हुए उनके पर बोलते है और वही लोग रहते है खामोश अक्सर ज़माने में जिनके हुनर बोलते है तारों में अकेला चाँद जगमगाता है मुश्किलों में अकेला इंसान डगमगाता है काटों से घबराना मत मेरे दोस्त क्योंकि काटों में ही अकेला गुलाब मुस्कुराता है