वैश्या तू मुक्कमल मेरा इस्तेमाल कर। तू ना किसी का बलात्कार कर।। पाई है रूह तूने मर्द की। तो कुछ मर्दो वाला कर्म कर।। आती नही रोशनी कबूतरखानो में। तू रोशनी की उम्मीद तो आने दे।। अरे हवाओ के सहारे ही सही । तू मेरी रूह को बाहर जाने दे।। #nojotovoice#nojotovoicehindi#prostitute#love#vichar#shayari एक वेश्या कितना उन्दा काम करती है ।और उसकी मनोगत मेरे शब्द लेकिन भावना एक वेश्या की ।