#कैसे #गुजरेंगे #ए #लम्हे #तेरे #बिन उन लम्हों की ये बात है। जब तू हर पल मेरे साथ है क्या आलम था उस लम्हे का मस्ती हर पल छाई हुई थी। मयूशियों की कोई जगह ना थी जिन लम्हों में तू समाई हुई थी कैसे गुजरेंगे....