हर आँख नम है यहाँ हर शख्स शायद रोया है जाने कितने आशियाने बह गए कितनों ने जिन्दगी को खोया है चलता-फिरता हिन्दोस्तां मेरा देखो पानी में सोया है.. सड़कें हो गयी हैं समंदर एक से हो गए हैं जल-थल जाने कब आये दिन वो मंगल जब बरखा थाम ले ये अम्बर देश के कोने-कोने ने हर पल जल प्रकोप को ढ़ोया है.. ऐ सियासतगार तू बस ऊँचाई से हाथ हिलाता है आम इंसां के दर्द को वहाँ से खाक देख-सुन पाता है तू दौलत का है सिर्फ पुजारी तेरा भला क्या जाता है.. जमीं की हकीकत तू क्या जाने तूने महलों को बोया है चुल्लू भर जुमलों से बस तूने अपना मुँह ही धोया है.. चलता-फिरता हिन्दोस्तां मेरा देखो पानी में सोया है.. -KaushalAlmora #हकीकत #केरल #बाढ़ #सियासत #yqdidi #yqbaba #life #whocares