इश्क मेरा रोता रहा आँसू तुझे ना आये नज़र दर्द मुझे होता रहा तुझपे हुआ ना कोई असर क्यूँ दिखाया खाब तूने आसमा वाला मुझको मैं तो तेरा चाँद था ना क्यूँ बुझा डाला मुझको सौ टुकड़ों में टुटl एक धागे में जुड़ के मर जाउँगा फिर भी ना देखूंगा मुड़के मर जाउँगा फिर भी ना देखूंगा मुड़के.@_@ #nijoto #nojotopoem