कभी तो ख्वाब सच होने दे .. कभी तो मेरे दिल की महोबत ख़र्च होने दे .. की तुम जो रोज बिना नज़रे मिलाये ही गुज़र जाते हो नर्ज़रो के सामने से . यॉर ऐसा क्या है कभी तो नर्ज़रो को नज़रो मे दर्ज होने दे.. ©Rajput Sahil 4488 nazro ko nazro me darj hone de.. #Love