वो हर तरह से मुझे आज़माना चाहती है, ज़िन्दगी मुझे कुछ नया सिखाना चाहती है। अड़ंगे लगाना, गिराना, फिर संभाल लेना कुछ तो मसलेहत है उसकी, वो मुझे थोड़ा सा गिरा कर शायद ज़्यादा उठाना चाहती है, ज़िन्दगी मुझे कुछ नया सिखाना चाहती है। ~Hilal . ©~Hilal. Follow Me for best shayri of your life #ज़िन्दगी आज़माना चाहती है।