मै खुश हु की अब ये अधुरापन ही अच्छा लगता है। कौन जीया है पुरा होकर, ख्वाहिशें अधुरी, सपने अधूरे, अब जो इस अधुरेपन मे वो बात है, जो उस पूरे होने में नहीं। मै खुश हु की अब ये अधुरापन ही अच्छा लगता है अब ये अधुरा चांद ही अच्छा लगता है। क्या देखा है ये समंदर पुरा। क्या देखा है ये आसमान पुरा। मै खुश हु की अब ये अधुरा चांद ही अच्छा लगता है। मै खुश हु की अब ये अधुरा आसमान ही अच्छा लगता है। मैं खुश हूं कि अब ये अधुरा समंदर ही अच्छा लगता है। मै खुश हु की अब ये अधुरापन ही अच्छा लगता है। #zindaggi