पल दो पल का शायर हूं मै, जब दिल में दर्द हो और आंखो में नमी हो, तब का शायर हूं मै।। जब होंठो पर मुस्कुराहट हो, और दिल में किसी के लिए आशिकी हो, तब का शायर हूं मैं।। हर पल ना सोचता हूं, पर हर पल को जी लेता हूं इसीलिए शायर हूं मै।। चीजो को जताता तो नहीं, पर लिख कर ओरो तक अपने लफ्ज़ पहुंचा देता हूं, ऐसा शायर हूं मैं।। एक दो पल में ही सब कुछ महसूस कर जाता हूं, अपनी बातों को शायरी में कह जाता हूं, वक्त का तो नहीं पर विचारो और शब्दों का मोहताज हूं मै, इसीलिए पल दो पल का शायर हूं मै।। आज मशहूर शायर व गीतकार साहिर लुधियानवी साहब की बरसी है। फ़िल्मी गीतों में साहित्य का समावेश करने वाले साहिर लुधियानवी ने लगभग हर तरह के गीत लिखे। पद्मश्री और फ़िल्मफ़ेयर अवार्ड से सम्मानित साहिर ने प्यासा और कभी कभी जैसी मक़बूल फिल्मों के हिट गीत लिखे। उनके द्वारा लिखे गए एक गीत मैं पल दो पल का शायर को collab challenge के रूप में दिया जा रहा है। #पलदोपलकाशायर #साहिरलुधियानवी #sahirludhianvi #collab