आँसुओं की भाषा.... इसे समझना जरूरी है, कि ये खुशी के हैं या गम के! इन आँसुओं के पीछे भावनाओं का उद्गार छिपा होता है। जो किसी खास के मिल जाने या याद आ जाने पर निकल आता है। वो पल बड़ा ही अविस्मरणीय होता है, जब भावनाएं, भावविभोर होकर अश्कों का रूप लेती है। बहुत मुश्किल होता है उस पल में खुद को संभालना, जब यादों के झरोखें मार रही हों हिलोरें, मन के अंतरमन को! इन आँसुओं की भाषा को, समझना बड़ी मुश्किल है! @sujeet kumar. #IndiaLoveNojoto #आँसुओं_की_भाषा