Good morning friends हाथ में हाथ मेरे थमा तो जरा हम कदम हमको अपना बना तो जरा रँग दुनिया का तुझको समझ आएगा आँख से अपने पर्दा हटा तो जरा कद छोटा सभी का क्यूं दिखता तुम्हें है खड़ा तू कहाँ, ये बता तोजरा लोग हो जाएंगे तेरे अपने सभी तू अपना किसी को बना तो जरा सुनते रहते हैं जिनको सुनाता है तू खुद को खुद की कभी तू सुना तो जरा पास आ जाएगी मंजिलें भी सभी तेज अपने कदम तू चला तो जरा तुम करोगे ना शिकवा गिला कोई भी दर्द में खुद को जीना सिखातो जरा तुमको दिखती है सारे जहां में कमी खुद में हैं कितनी कमियाँ गिना तो जरा अपने स्वतंत्र अस्तित्व को समझने के लिए चिरकाल से लोगों ने प्रयास किए। नई-नई तकनीकों के विकास के आधार पर नए आयामों का स्थापन किया। विज्ञान और प्रौद्योगिकी की सहायता से सुविधाओं के चरम पर पहुंचे। लेकिन अब तक के सारे अनुभव स्वयं पर अटक कर एक ही प्रश्न पूछते हैं । स्वयं को जानते हो क्या ? 😊🌹🍁🌸🌸🍂☕🏵🍑🍊 #पंछी #पाठक