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नदी के किनारे का अजीब रिवाज, हजारों में हजारों से

नदी के किनारे का अजीब रिवाज,
हजारों में हजारों से मिलने की प्यास।
ये बहती नदी सिर्फ पानी है आज,
मज़ाक ही तो  है, जून में डूबता जहाज।।

©Priyanshu Mishra #ship
नदी के किनारे का अजीब रिवाज,
हजारों में हजारों से मिलने की प्यास।
ये बहती नदी सिर्फ पानी है आज,
मज़ाक ही तो  है, जून में डूबता जहाज।।

©Priyanshu Mishra #ship