तेरे इंतज़ार में आज तक हमने, महफ़िल के चराग बुझाए नहीं हैं.......... हम तेरे अपने ही तो हैं मेरी जान, कैसे समझाएं कि हम पराए नहीं हैं....... एक वो दौर था हम तुझसे अपना, हर सुख-दुख बांटा करते थे कभी......... तेरे चले जाने के बाद एक अरसे से, हम खुलकर कभी मुस्कुराए नहीं हैं....... ©Poet Maddy तेरे इंतज़ार में आज तक हमने, महफ़िल के चराग बुझाए नहीं हैं.......... #Wait#Lamps#Gathering#Dear#Stranger#Happiness#Sorrow#LongTime#Smile#Openly..........