हर बार तु मेरी रुह तक ना जाया कर,,, तेरी आहट से ही परेसान हो जाता हु,,,! पुरी मेहफ़ीले लगी रहती हे जमाने की, ओर मे खुद मे सीमट जाता हु,,,,,,,! उसे केह दो कोइ अपनी यादो के शोर को धीमा कर ले,, उसके यु पछाई की तरह साथ चलने से मे जमाने से बीछड. जाता हु,,,,,, @G.Bhaskare... teri yado ka shor,,,, #spark