ए! ज़िंदगी तुझ से शिकायतें तो बहोत हैं जैसे डूबे हुए को और क्यों डूबो रही हो कितने इम्तिहान अभी और देने बाकी हैं थोड़ा जी ले दो ना, वैसे भी वक्त रुकता नहीं दिल की धड़कनों की तरह सोच भी अब रुकती नहीं जो है वो है नहीं, जो नहीं है उसी की उम्मीद बाकी है अब ऐसी भी क्या नाराज़गी ज़िंदगी भला लाश भी तैर कर पानी के ऊपर आ जाती है एक हम हैं की कौन से पानी में डूबे हैं उबरने का नाम ही नहीं ले रहे @deepalidp ©Deepali dp #deepalidp #mojzamiracle #rahaterooh #anxiety #depression