यूँ तो उदासी छाई थी इस दिन पुरे देश में, अपनी लाज बचाने, शायद माँ भारती स्वयं आई थी तेरे भेस में॥ आज फिर लोग तुम्हें याद करेंगे, कुछ तुम जैसी जिंदगी जीने की फरियाद करेंगे॥ यूँ तो मर कर भी तुमने झुकने नहीं दिया तिरंगा अपना, क्या आज भी पुरा हुआ, जो देखा था तुमने सपना? हाँ, कहने को तो हम आजाद है और स्वतंत्र है ये हिन्दुस्तान, नेताओं का वर्चस्व है जहाँ, भुखे मर रहा किसान॥ #nojoto #poetry #shaheeddiwas #Respect #jaihind🙏🙏