जो कभी इंतजार किया नहीं वो आश क्या समझेगा और जिन के अपने साथी सरहदों पे हर रोज गुजर रहे, बताओ कि वो बंदा लाश क्या समझेगा। नदी घरा का रिश्ता माना पर व प्यास क्या समझेगा। खुदा है वो , लोग कहते तो है, पर वो तो एक पत्थर है हमारी अहसास क्या समझेगा।❤❤ #दर्द #खुदा #सिकायत #प्यास #rjranjan