अच्छा सुनो... एक अंगार होंठों पर रह गया है... सिगरेट की तरह इसे आकर बुझा दे कि.. मेरा ख़्वाब नींद के बदन से राख की तरह झड़ता है..! #बड़े_साहब #सिगरेट