Nojoto: Largest Storytelling Platform

यह कहानी एक आधुनिक समय की है| जब भारत तेजी से विकस

यह कहानी एक आधुनिक समय की है| जब भारत तेजी से विकसित हो रहा था| उस समय के दौरान भारत की राजधानी जो एक दिलबरो के शहर दिल्ली की एक जगह नई दिल्ली के उत्तमनगर में रहता है| वह इस समय दिल्ली की एक छोटी सी फल की दुकान अमन फुर्ट शाप पर काम कर रहा है| उसका नाम विजय उफ विजय देव आर्या था| वह बहुत गरीब और जेबें टाइट एवं पैन्ट भी फटियाला था| बताया जाए तो उस दौरान उसकी उम्र के लड़के रात में दिल्ली की सड़कों पर बाइक दौरान नाईट पार्टी किया करते थे| पर विजय की पर्स में रूपये ना होने के कारण वह घर से कांलेज और कांलेज से घर आने के अलावा वह एक फल शाप पर दस हजार रुपये की तनख्वाह पर पार्ट टाइम नौकरी भी किया करता था| आज शाम की बात है| जब विजय अपने दुकान पर जा रहा था| तभी वहाँ पर एक बाइक वाले को जाता देख मन में कहने लगा की एक दिन मेरा टाइम भी आएगा जब मैं भी दिल्ली की सड़कों पर बाइक दौराउगा| पर उसी समय वहाँ बारिश होने लगती है| विजय तेजी से दुकान की ओर भागने लगता है| की वह बारिश में भिगकर कहीं वह बिमार न हो जाए| परन्तु विजय भागते-भागते एक बाइक वाले से टकरा जाता है| बाइक वाले से टकराने के बाद उसका बाइक का चक्का स्लिप होता है| और बाइक वाला वही गिर जाता हैं| उस दौरान विजय को भी बहुत चोटें लग जाती है| फिर वह बाइक वाला लडका उठता है| और जब वह अपना हेलमेट उतारता है तो विजय देखता है की वो तो उसके कालेज का एक छात्र अमित है| और वह विजय से बहुत नफरत करता था| क्योंकि विजय उस कालेज का एक फटिचर सा गरीब छात्र था| जबकि अमित एक अमिर बाप का बिगरैल बेटा था| अब आगे जान्ने के लिए बने रहे किंग मिलीयनर पर| था|

©Sunny Kumar
  #Stories