मेरे ख़्वाब और हक़ीकत उलझे हुए थे आपस में, एक दिन मैंने उनका लघुत्तम समापवर्त्य निकाल दिया! शेष में जो शून्य बचा, उसे हवा में उछाल दिया!! गणित