तेरे ख्यालों से निखर रही हूं देख मैं कितनी चहक रही हूं फुर्सत नहीं है या कोई और बहाना है खेल रहे हो या आजमा रहे हो,,,,, चलो जो भी करना है कर लो जो जतन करना है जो वहम करना है,,,, तैयार हैं हम आग के दरिया से गुजर जाने के लिए फिर भी होठों में मुस्कान आंखों में चमक रहेगी,,,,