अज़ब सी तलाश है... न जाने किस मंज़िल की फ़िराक है..... हर क़दम बढते उस मंज़िल की ओऱ... बस.....यही इत्तेफ़ाक है... न जानें ज़िन्दगी की कैसी............... तलाश है। #TalashEManjil