अगर खण्डहर बोलते, तो क्या बोलते? अगर खण्डहर बोलते तो क्या बोलते? काल के साथ ख़त्म राज खोलते किसी की जवानी या फिर, कोई अनोखी प्रेम कहानी बोलते अगर खण्डहर बोलते तो क्या बोलते? वीर के बारे में बोलते कायर की कायरता खोलते षड्यंत्रो को आज के पैमाने में तोलते अगर खण्डहर बोलते तो क्या बोलते? किसी रूमानी अफवा को फैलाते ख़ुद में चमगादड़ो औऱ साँपो को छिपाते औऱ कुछ बेलों से ख़ुद को सजाते अगर खण्डहर बोलते तो क्या बोलते? पुराने वट वृक्ष से दोस्ती करतें उसको अपना हम राज कहते औऱ रात्रि के तीसरे पहर में भय बढ़ाते अगर खण्डहर बोलते तो क्या बोलते? वट वृक्ष की शोभा घुघ्घू बढ़ाते एक डाल बैठे चित भय बढ़ाते पास गुज़रने पर आवाज़ लगा रोकते अगर खण्डहर बोलते तो क्या बोलते? पूछने पर सच ही बताते इतिहासकारो की सारी जिज्ञासा सुलझाते सच्चाई बताते भूतकाल दिखाते अगर खण्डहर बोलते तो क्या बोलते? विवेक सिंह राजावत। खण्डहर बोलते तो क्या बोलते?