#NojotoStreak आए थे तेरे घर में एक मेहमान से हम*मंसूब हो सके ना तेरे मेजबान से हम//१
*जान पहचान
वो घर था अंकरीब*गुजिश्ता बरस*बेजार लौट आए इस दफा तेरे मकान से हम//२
*बीता कल*परेशान हाल
यूँ बे-रुख़ी से पेश न आ अहल-ए-दिल के साथ,
उठ कर चले न जाएँ तेरे इस जहान से हम//३ #nojotohindi#shamawritesBebaak#NojotoWritingPrompt