रूठी है दुनिया मुझसे तुम भी क्यों न रूठोगे, पाओगे कहीं न मुझे राहों पर तन्हा भटकोगे, हक़ न समझो इसे तुम बिन बात क्यों रुठोगे, लाख तल्ख़ियां सही मैंने फ़िर भी हाथ छुड़ा लोगे, सह न सकोगे दूरी मुझसे दिन रात याद में तड़पोगे ©सुधा #sudhaparidhi #सुधापरिधि #nojotohindi #nojotohindiquotes #nojotoquotes #nojoto