White "vo haqikat thi yaa bass kahani" part -5 उसकी आँखों में था खौफ का जाल, मैंने लफ़्ज़ों से बुना उसे नया खयाल। संगीत के सुरों में उसकी साँसें बहाईं, हर धुन में उसकी तकलीफें छुपाईं। उसके ख्यालों के चुभते कांटों को, मजाक की नरम मुस्कानों से हटाया। मैंने उसके दर्द को परियों की कहानी दी, दर्द को गीत बना, उसकी ज़िंदगानी दी। उसके दर्द का किला जो पत्थर का था, मोहब्बत की बारिश से धीरे-धीरे गिरा। मैं उसका सहारा नहीं, उसकी उड़ान बना, उसके दर्द को उसका बीता ज़माना बना। हम थे दो किनारे, पर एक ही बहती नदी, जिनसे लड़ते-लड़ते हमने खुद को भी खो दिया कभी। हम थे अधूरे पन्ने, जो फिरसे किताब बन गए, झगड़ों के बीच छुपे वो किस्से, जो प्यार को पहचान गए। ©ayush uprit #love#gopeshwar#shayari#chamoli#mybillorani_shayari poetry on love