माना जरूरी नहीं है जीने के लिए, मगर कतारों में खड़े हैं पीने के लिए। कोई और वजह हो मेरी मौत का, मुझे गँवारा नहीं। खुद ही निकल पड़ा हूँ, बीमारी लेने के लिए।। © कुलदीप सिंह #wineshop #lockdown3.0