किस अज़ब मोड़ पर खड़ी है जिंदगी, न समझ आये ये क्या हो गया है, कई रातें जाग कर सजाया था जिसको,वो हर ख्वाब मेरा ख़फ़ा हो गया है, क्यूँ रूठती हर रोज है ये नींद आँखों से, क्या ख्वाब देखना भी अब गुनाह हो गया है..!! #udquotes #अजब #मोड़ #जिंदगी #ख्वाब #रूठती #नींद #गुनाह