.... इतना तो करें ही ----- महानता तो मारने वाले को भी हृदय से लगा लेती है । एक राहगीर ने पत्थर उठाया और आम के वृक्ष पर मारा । कई पके आम गिरे । राहगीर ने आम उठाये और खाता हुआ वहां से चल दिया। यह दृश्य देख रहे आसमान ने पूछा ---- " वृक्ष ! मनुष्य प्रतिदिन आते हैं , तुम्हें पत्थर मारते है । फिर भी तुम इन्हें फल क्यों देते हो ?" वृक्ष हंसा और बोला ----- " भाई ! मनुष्य अपने लक्ष्य से भटक जायें , तो क्या हमें भी वैसा ही पागलपन करना चाहिए । " ।। हरि ॐ 🚩 कृण्वन्तो विश्वमार्यम् 🚩 २५/०६/२०१९ 🌷👰💓💝 ...✍ कमल शर्मा'बेधड़क' .... इतना तो करें ही ----- महानता तो मारने वाले को भी हृदय से लगा लेती है । एक राहगीर ने पत्थर उठाया और आम के वृक्ष पर मारा । कई पके आम गिरे । राहगीर ने आम उठाये और खाता हुआ वहां से चल दिया। यह दृश्य देख रहे आसमान ने पूछा ---- " वृक्ष ! मनुष्य प्रतिदिन आते हैं , तुम्हें पत्थर मारते है । फिर भी तुम इन्हें फल क्यों देते हो ?" वृक्ष हंसा और बोला ----- " भाई ! मनुष्य अपने लक्ष्य से भटक जायें , तो क्या हमें भी वैसा ही पागलपन करना चाहिए । " ।। हरि ॐ 🚩 कृण्वन्तो विश्वमार्यम् 🚩