ख़ाली है अलमारी मेरे दिल की, उधड़ी है परतें इस टूटे दिल की । कैसे कैसे सपने देखे है हमने भी, पर पूरा हो एसी है शर्ते दिल की । लक्षमण रेखा है दहलीजे तुम्हारी, वो तो चाहे इक पारी तेरे दिल की। Bass yuhi