दीवार से सट कर मेरी जान खड़ी है। किसी मन लुभावन चीज पर उसकी नज़रें आन पड़ी हैं। वही निगाहें मुड़कर मुझे देख लें एक बार... इस खातिर लड़ लूं सबसे, चाहे वो लड़ाई कितनी भी बड़ी है। दीवार से सट कर मेरी जान खड़ी है। किसी मन #लुभावन चीज पर उसकी नज़रें आन पड़ी हैं। वही #निगाहें #मुड़कर मुझे देख लें एक बार... इस खातिर लड़ लूं सबसे, चाहे वो #लड़ाई कितनी भी बड़ी है।