Nojoto: Largest Storytelling Platform

उनके शब्दों में ना जाने कैसी अजब चेतना थी भरी हुई

उनके शब्दों में ना जाने कैसी
अजब चेतना थी भरी हुई
पड़ जाती थी छाप ह्रदय मे
जब हम सुनते थे कविता नई 
सत्ता के उन गलियारों मे अब
इक सन्नाटा है भरा हुआ
सबकी आंखो का था तारा
जो किसी और जहां मे चला गया
राजनीति के भव-सागर का
इक अटल सितारा टूट गया
इक प्रबल प्रणेता का साया
हम सबके सर से छूट गया  #अटलविहारीवाजपेयी #अटल_युग_का_अंत #राजनीतिज्ञ #yqbaba #yqdidi #श्रद्धांजलिअटलजी_को #श्रद्धांजलि
उनके शब्दों में ना जाने कैसी
अजब चेतना थी भरी हुई
पड़ जाती थी छाप ह्रदय मे
जब हम सुनते थे कविता नई 
सत्ता के उन गलियारों मे अब
इक सन्नाटा है भरा हुआ
सबकी आंखो का था तारा
जो किसी और जहां मे चला गया
राजनीति के भव-सागर का
इक अटल सितारा टूट गया
इक प्रबल प्रणेता का साया
हम सबके सर से छूट गया  #अटलविहारीवाजपेयी #अटल_युग_का_अंत #राजनीतिज्ञ #yqbaba #yqdidi #श्रद्धांजलिअटलजी_को #श्रद्धांजलि