आफतें घर है मेरा, मगर तसल्ली किराए पर ले रखी है । दिल से अदब की जिस शख्स की भी, उसने बेपनाह तकलीफ दे रखी है । खिलाफत साजिशें डरती रही, और शिकायतें गले पड़ी हैं । जज्बातों का शिकार होता रहा , फितरतें अब तक खड़ी है। #Abhidev ©Abhidev Arvind Semwal आफतें घर है मेरा, मगर तसल्ली किराए पर ले रखी है । दिल से अदब की जिस शख्स की भी, उसने बेपनाह तकलीफ दे रखी है । खिलाफत साजिशें डरती रही, और शिकायतें गले पड़ी हैं । जज्बातों का शिकार होता रहा ,