नमन तुम्हें हे लाडलों मात-पिता न रहें जहाँ में तो संतान अनाथ हो जाती है पर सपूत तुम सम हो भगत तो माएं अनाथ हो जाती हैं २३ मार्च का वो दिन काला था आया भारती के जीवन में खोया था जब तुझको रोयी थी छुपा मुख आँचल में सीना गर्व से चौड़ा भी था और अश्रु नयन समाए थे रूदनावली भी गाती थी और मंगल गीत भी गाये थे औरों की संतान जब मरती मुर्दा वो कहलाती है लाल भारती के झूले फाँसी पर तो शहीद फ़िर कहलाये थे ©के मीनू तोष (२३ मार्च २०१९) #शहीद दिवस #NojotoQuote #shaheeddiwas