दुखवा में जब केहू आपन साथ नाहीं देला, डूबत मझधार में केहू हाथ नाहीं देला... त ओ घड़ी बुझाला केहू आपन ना बा..., सीता राम के बिना राधे श्याम के बिना... रामे त खेवईया बाड़ें रामे पतवार हो, सृष्टि के रचईया उहे सृष्टि के अधार हो..... काहें केहू पाप के गठरी, अपना माथ प ढोएला.... दुखवा में जब केहू आपन साथ नाहीं देला..... सोमेश त्रिवेदी (पीयूष) #NojotoQuote