जड़ परमाणु की इतनी सामर्थ्य देखकर आश्चर्य होता है पर चेतन अणु की शक्ति उससे भी अधिक है। जड़ पदार्थ स्वाधीन नहीं होते। उनकी अपनी कोई इच्छा शक्ति नहीं होती। किन्तु चेतना शक्ति स्वच्छन्द है। वह पदार्थ पर शासन करती है शासित से शासक की शक्ति अधिक होना भी चाहिये। जड़ से चेतना का महत्व अधिक है उसे जानकर ही मनुष्य के वास्तविक प्रयोजन की सिद्धि होती है। सिद्धि