रोज़ लिखते हैं मिटाते हैं, हम दास्तान मोहब्बत की......... बुरी होती है इस जहां में, लत मेरी जान मोहब्बत की....... इक दौर था जब होती थी, मोहब्बत से पहचान हमारी........ और आज हमसे होती है, जान पहचान मोहब्बत की......... ©Poet Maddy रोज़ लिखते हैं मिटाते हैं, हम दास्तान मोहब्बत की......... #Write#Erase#Story#Love#Bad#Addiction#Darling#Time#Identity.......