सजदे तो करूँगा पर दुआ मे कुछ न मांगूंगा आज के बाद ये मेरे खुदा तुझसे कुछ न मांगूंगा मेरे दुश्मन रहे खुश यही दुआ है मेरी अपने वास्ते मौला तुझसे कुछ न मांगूंगा भले दे दे तु गम सारे मैं खुशियो को न मांगूंगा दुआ तो करूँगा पर दुआ मे कुछ न मांगूंगा दिया तूने मुझे दुनिया मैं दुनिया से न मांगूंगा दुआ मे जब भी मांगूंगा मैं अपनी माँ को मांगूंगा अली इलाहाबादी