किस्से मेरे दिल के तेरी भी बात कह जाए कल में नहीं भी रहू बस मेरे अलफाज रह जाए सबने कहाँ मुझको उम्दा में शायर हूँ महफिल में आ पहुँचा की सबकी बात रह जाए परहेज है मुझको दुनिया भर के रिश्तों से जरा तुम दूर ही रहना कोई रिश्ता न बन जाए मुझे अब गम नहीं होता किसीके दूर जाने का ये नज्मे़ बन नहीं पाती अगर कोई साथ रह जाए #किस्से प्यार के