Nojoto: Largest Storytelling Platform

Bhopal 2010का एक अंश... तभी मैने तुम्हें

Bhopal 2010का एक अंश...





    तभी मैने तुम्हें पीछे से देखा!
आवाजें लगाते हुए तुम्हारें सामने आ गया
राहत की सांस ली मैंने अरे सुनो! रूको! मुझसे बात करो तुम्हारे पीछे-पीछे चलता रहा मै
सुनो, एक बार मुझसे बात करो ये कहता रहा..
पर तुम्हारा बेरूखी भरा व्यवहार??वो अनजानापन!! तलवार की धार सा मेरे ह्रदय को चीर गया।
सारे जमाने के सामने मिन्नतें करते तुमसे, मै रो पड़ा 
मै घुटने पर सिर रख के फूट-फूट कर रोता रहा
तुम्हें खो देने कि पीड़ा मेरे अन्र्तमन को झकझोरती रही!
तुम मुझे इस कदर तोड़ गयी की 
मेरी आत्मा भी मुझे...हाँ मुझे छोड़ गयी।।

©Amita S
  #Bhopal2010