संवाद से ही खुलती है गिरहें और मन पा जाता है ठहराव ....!!! मन में कई बार प्रश्न उठते हैं ... किसी न किसी से बात करके ही उनका समाधान मिलता है .... किसी से कोई ग़लतफ़हमी हो जाये तब भी संवाद से ही हल निकलता है ... आजकल काम वाम कुछ नहीं है मेरे पास तो टाइम पास कैसे करूँ मोबाइल चलाने की ज्यादा अनुमति नहीं है 😃 और tv का शौक रहा नहीं .... फिर किताबें पढ़ना ही एकमात्र विकल्प रह जाता है .... उसी से उपजा है ये ज्ञान 😄😄