#OpenPoetry तुम्हारी यादें है या बूंदे बारिश की, दिल की सूखी जमीन पर पड़ते ही तुम्हारे साथ बिताए पल बरबस ही याद आ जाते हैं.. "सलोनी" #सूखी#जमीन