*डिग्री और ज्ञान* डिग्री हासिल करना और ज्ञान अर्जित करने में बहुत फर्क है। डिग्री बिकाऊ होती है, ज्ञान नहीं पैसे वाला डिग्रीधारी बन सकता है और जिज्ञासु ज्ञानवान .... जरूरी नहीं हर फील्ड का ज्ञान स्कूल या कॉलेज में दाखिले के बाद ही मिले अगर आप में जिज्ञासा है पढ़ने, सीखने का शौक है तो आप किताबों की मदद से भी ज्ञानी बन सकते हैं । और आज की दुनियाँ में हर व्यक्ति को हर तरह का औसत दर्जे का ज्ञान होना ही चाहिए, लेकिन ज्ञान अप्लाई तभी करें जब आप स्वयं उस ज्ञान का अनुभव कर लें .... अगर आपमें इतनी भी अकल नहीं है तब जरूर विशेषज्ञ की सलाह लें किंतु फिर भी लकीर के फकीर नहीं बनना चाहिए क्योंकि परिवर्तन प्रकृति का नियम है कोई भी ज्ञान हो देश काल परिस्थिति के अनुसार बदलाव तो होता है। और एक बात डिग्री फेल हो सकती है किन्तु ज्ञान और अनुभव कभी व्यर्थ नहीं जाते । एक अनुभवी और ज्ञानी किसी भी फील्ड में सिद्ध हस्त हो सकता है किन्तु डिग्रीधारी व्यक्ति जरूरी नहीं अपने ही फील्ड का जानकार हो । इसलिए डिग्रीधारी से ज्यादा भरोसा अनुभव और ज्ञान पर करना चाहिए । इसलिए वकील से ज्यादा जानकार अपराधी होता है । फैशन डिजायनर्स की अपेक्षा दर्जी ज्यादा कुशल होता है । इंजीनियर से ज्यादा मिस्त्री कुशल होता है । डिग्री केवल नौकरी दे सकती है किन्तु ज्ञान आपका चहुँमुखी विकास कर सकता है । इसलिए योग्य शिक्षक पत्रकार और लेखक हर तरह का रूट लेवल का ज्ञान रखते हैं , सिर्फ अध्ययन के बल पर । इसलिए स्वाध्याय करें और ज्ञानी बनें , लकीर के फकीर नहीं डिग्रीधारी पर नहीं ज्ञानी विशेषज्ञ पर भरोसा करें । लेखिका/कवयित्री-प्रतिभा द्विवेदी मुस्कान © सागर मध्यप्रदेश भारत (24 फरवरी 2023 ) ©Pratibha Dwivedi urf muskan #डिग्री #ज्ञान #अनुभव #विशेषज्ञ #प्रतिभा #प्रतिभाउवाच #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कान© #प्रतिभाद्विवेदीउर्फमुस्कानकीकलमसे #स्वरचितविचार #Motivation