शरारत करते इन्सानियत को दफ्न ही कर रहा था जालिम। वो एक राह चलता मुसाफिर बनकर चलता चला सुन आमीन।। 💐🥳🥳Shayari Challenge: submit before 6a.m the next day , mentioning 'Done' in comment section. No plagiarism please. 💐नमस्कार ! साथियों Tanha Raatein परिवार में आपका हार्दिक स्वागत करते है ..ऊपर दिये गये चित्र को अपने सुंदर शब्दों से सजाएँ । 💐अपने भाव 2 लाईनों में लिखें .... (2 लाइन्स couplet / मिसरा ऊर्दू शायरी) 💐 Font size छोटा रखें ताकी wall paper