कुछ दोस्त, ख़ज़ाने से कम नहीं होते मिलने से उनके, कई ग़म कम हो जाते । कुछ उनकी सुनते हैं कुछ,अपनी सुनाते, बस यूँ दिल एक दूजे से हल्के हो जाते ! एक ज़माने से एक दूजे से मिले नहीं हम, बस इस बात का है, थोड़ा मलाल थोड़ा ग़म। बेफ़िक्री के ख़ुशनुमा पल, ज़हन से निकलते नहीं, ज़िम्मेदारीयों ने बाँधा, मिलने के पल निकलते नहीं ! 🎀 Challenge-283 #collabwithकोराकाग़ज़ 🎀 Happy Friendship Day 🎀 🎀 यह व्यक्तिगत रचना वाला विषय है। 🎀 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।