मैं घमण्डो में भरा ऐंठा हुआ एक दिन जब था मुंडेरे पर खड़ा ! आ अचानक दूर से उड़ता हुआ एक तिनका आँख में मेरी पड़ा ! मैं जिझक उठा हुआ बेचैन सा लाल होकर आँख भी दुखने लगी ! मूठ देने लोग कपङे की लगे ऐंठ बेचारी दबे पांवों भगी ! जब किसी ढब से निकल तिनका गया तब "समझ" ने यों मुझे ताने दिए ! ऐंठता तू किसलिए इतना रहा एक तिनका है बहुत तेरे लिए ! :💕👨 Good morning ji 😊☕☕☕🍉🍉🍉🍫🍫🍫🍫🍧🍧🍨😊💕💕🐒💕☕☕🍫🍧 : ईश्वर ने हमें रेगिस्तान का वरदान दिया। हमने इसे अभिशाप घोषित कर दिया। देश के श्रेष्ठतम पशुधन का निर्माण यहीं हो सकता है। भारत में तो इतना बड़ा क्षेत्र अन्यत्र है ही नहीं। आज भी विश्व के श्रेष्ठ घोड़े अरब और मालाण से ही प्राप्त कर रहे हैं। सेवण घास भी अन्यत्र नहीं होती। रेगिस्तान खेती करने का क्षेत्र नहीं, सिवाय इजरायल की जैसी लाचारी की तरह। हमने तो नहरों और सडक़ों का जाल बिछाकर रेगिस्तान की हत्या करने की ही ठान ली। यूरोप के अनेक देश स्वीडन, नार्वे, स