हम कोई टेंशन न लें और समझ को ही समझने दें कि समझ क्या है और समझना क्या है पारुल शर्मा समझदारी इसी में है कि हम कोई टेंशन न लें और समझ को ही समझने दें कि समझ क्या है और समझना क्या है पारुल शर्मा