जीना यहां मरना यहां इसके सिवा जाएं कहां।। पल दो पल का तराना ज़िन्दगी और कोई धुन हम गाएं क्या भला।। रोते रोते आए थे हम, हंसते हंसाते जाना हमें ज़िंदा रहूंगा दिलो में मैं, यूं आशुं क्यूं बहाना यारा।। दुनिया मेरी आबाद थी, खुशियों की लगी बौछार थी जाता हूं मैं अब ना कोई शिकवा ना कोई गिला।। जीना यहां मरना यहां इसके सिवा जाएं कहां।। ~simran #RishiKapoor #RIP🙏😓 #we❤️ you